घर में देवी-देवताओं की तस्वीरें फटी हुई हों तो क्या करें
हम अपने घर की दीवारों पर बड़े चाव से देवी-देवताओं के पोस्टर लगाते हैं, लेकिन जब वह किसी कारण से फट जाते हैं, तो हम परेशान हो जाते हैं क्योंकि हमें समझ नहीं आता कि फटे पोस्टर या तस्वीर का क्या करें।

घर की दीवारों पर देवी-देवताओं के पोस्टर लगाना न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि इससे सकारात्मक ऊर्जा भी बनी रहती है। कहा जाता है कि दीवारों पर देवी-देवताओं के पोस्टर लगाने से घर में आध्यात्मिक माहौल भी बना रहता है। वहीं अगर किसी कारणवश देवी-देवताओं का पोस्टर फट जाए तो यह एक संवेदनशील मुद्दा बन जाता है। कई बार लोगों के मन में तरह-तरह की भ्रांतियां होती हैं और वे इसे शुभ-अशुभ की नजर से देखते हैं। घर में देवी-देवताओं के फटे पोस्टर रखना या लगाना शुभ नहीं माना जाता है। लेकिन, इसके साथ ही मन में यह सवाल भी उठता है कि देवी-देवताओं के पोस्टर को फेंकना सही होगा या नहीं। दरअसल, देवी-देवताओं के पोस्टर के साथ धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व जुड़ा होता है, ऐसे में इनका अनादर करके या लापरवाही बरतते हुए इन्हें फेंकना सही नहीं माना जाता है। अगर आपके घर में देवी-देवताओं के पोस्टर फटे हुए हैं तो आइए जानते हैं कि इनका अनादर किए बिना इन्हें कैसे हटाया जा सकता है।
अगर घर में देवी-देवताओं के पोस्टर फट जाएं तो क्या करें? हम घर की दीवारों पर कैलेंडर पर छपे छोटे-बड़े देवी-देवताओं के चित्र बड़े चाव से लगाते हैं। लेकिन जब ये फट जाएं तो इन्हें सम्मानपूर्वक हटा देना चाहिए।
अग्नि को समर्पित करें – हिंदू धर्म में अग्नि को पवित्र माना जाता है। ऐसे में देवी-देवताओं की फटी हुई तस्वीरें या पोस्टर अग्नि में जला देना चाहिए। जब पोस्टर या तस्वीर जल जाए तो उसकी राख को किसी पेड़ या पीपल के पेड़ की जड़ में डाल देना चाहिए। लेकिन, ध्यान रखें कि पोस्टर या तस्वीर की राख को बहते पानी में नहीं डालना चाहिए। ऐसा करने से प्रदूषण बढ़ता है और जलीय जीवों को परेशानी होती है।
हवन में समर्पित करें – जब घर में हवन या पूजा हो रही हो तो फटे हुए फोटो और पोस्टर अग्नि में समर्पित किए जा सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि हवन की अग्नि मंत्रों से शुद्ध की जाती है, इसमें देवी-देवताओं की फटी हुई फोटो या पोस्टर समर्पित करना अनादर नहीं है।
मिट्टी में दबाना – आप चाहें तो देवी-देवताओं के फटे हुए पोस्टर या चित्र को मिट्टी में भी दबा सकते हैं। मिट्टी में दबाने के बाद कागज़ की तस्वीर या पोस्टर खाद में बदल जाती है, ऐसे में इसे देवी-देवताओं का अनादर भी नहीं माना जाता है।
जल में प्रवाहित करें – आप देवी-देवताओं के फटे हुए पोस्टर और तस्वीरें भी जल में प्रवाहित कर सकते हैं। लेकिन, यह तरीका प्रदूषण फैलाता है और हानिकारक माना जाता है। ऐसे में इस तरीके को अपनाने से बचना चाहिए।
मंदिर में दान करें – देवी-देवताओं के फटे हुए पोस्टर और चित्र भी जल में विसर्जित करने के बजाय मंदिर में दान कर सकते हैं। ऐसे चित्रों और पोस्टरों का मंदिर में सम्मानपूर्वक निपटान किया जाता है।
शादी के कार्ड पर भगवान की फोटो का क्या करें- अक्सर घर में ऐसे शादी के कार्ड आते हैं, जिन पर देवी-देवताओं की तस्वीरें होती हैं। ऐसे में शादी के कार्ड को कूड़ेदान में फेंकना सही नहीं माना जाता है, क्योंकि देवी-देवताओं की तस्वीरों के साथ-साथ उन पर धार्मिक ग्रंथों से पवित्र श्लोक और शिक्षाएं भी छपी होती हैं। अब सवाल यह उठता है कि ऐसे शादी के कार्ड का क्या किया जाए, ताकि आप उनका दोबारा इस्तेमाल कर अपमान से बच सकें। अगर आप दोबारा इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं, तो आप शादी के कैलेंडर को कचरे के लिए दे सकते हैं। क्योंकि, वे कागज को रिसाइकिल कर देते हैं। कचरे के लिए देने के अलावा, आप शादी के कार्ड से भगवान या देवी की तस्वीर को काटकर अलग रख सकते हैं और अगर ज्यादा तस्वीरें हैं, तो आप उनका अलग से पोस्टर बनाकर घर में लगा सकते हैं।
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