शिक्षा
प्राचीन भारत से जुड़ी कुछ ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण बातें

1. मौर्य साम्राज्य – भारत का पहला विशाल साम्राज्य
- मौर्य साम्राज्य की स्थापना चंद्रगुप्त मौर्य ने लगभग 321 ई.पू. में की थी।
- ये साम्राज्य अफगानिस्तान से लेकर बंगाल और कर्नाटक तक फैला था – इतिहास में पहली बार पूरा भारत एक राजनीतिक सत्ता के अधीन था।
- चंद्रगुप्त ने अलेक्जेंडर के सेनापति सेल्यूकस को हराकर उसकी बेटी से विवाह किया और उससे क्षेत्र जीत लिया।
👑 2. सम्राट अशोक – युद्ध से शांति की ओर
- अशोक पहले एक वीर योद्धा थे लेकिन कलिंग युद्ध (261 ई.पू.) के बाद उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया।
- यह युद्ध इतना भीषण था कि 1 लाख से अधिक लोग मारे गए – यह दृश्य देखकर अशोक का हृदय परिवर्तन हुआ।
- अशोक ने अहिंसा और धर्म का प्रचार किया और बौद्ध धर्म को एशिया भर में फैलाया, श्रीलंका, नेपाल, तिब्बत, मंगोलिया और चीन तक।
🪧 3. अशोक के शिलालेख – पहला सरकारी प्रचार तंत्र
- अशोक ने अपने आदेश प्राकृत भाषा और ब्राह्मी लिपि में शिलालेखों पर खुदवाए – यह भारत का पहला लिखित प्रशासनिक माध्यम था।
- ये शिलालेख आज भी भारत, नेपाल, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में मिलते हैं।
🧠 4. चाणक्य (कौटिल्य) – भारत का पहला अर्थशास्त्री और राजनीतिक गुरु
- चाणक्य ने अर्थशास्त्र नामक पुस्तक लिखी, जिसमें शासन, कर, गुप्तचर प्रणाली, जासूसी, सेना, और विदेश नीति के सिद्धांत बताए गए।
- वे कहते थे: “शत्रु का शत्रु, मित्र हो सकता है, पर मित्र का शत्रु – कभी नहीं!”
- चाणक्य ने चंद्रगुप्त को प्रशिक्षित किया, और कहा जाता है कि उन्होंने सिर्फ नीम के पत्ते खाकर पूरे जीवन में कठिन तप किया।
🔥 5. वैदिक काल – ज्ञान और विज्ञान की जन्मस्थली
- वैदिक काल (1500 ई.पू. – 500 ई.पू.) में वेद, उपनिषद, ब्राह्मण ग्रंथ रचे गए।
- ऋग्वेद, दुनिया का सबसे पुराना ज्ञात ग्रंथ है – इसमें विज्ञान, खगोल, औषधि, और दार्शनिक ज्ञान का भंडार है।
- इस युग में गणित, धातु विज्ञान, चिकित्सा, संगीत और भाषा-विज्ञान की नींव रखी गई।
🧪 6. आयुर्वेद और विज्ञान का आरंभ
- वैदिक ऋषि जैसे आत्रेय और भारद्वाज ने चिकित्सा पर काम किया।
- सामवेद में संगीत और स्वर की वैज्ञानिक चर्चा है।
- ऋषियों ने ‘नासदीय सूक्त’ में ब्रह्मांड की उत्पत्ति पर ऐसे प्रश्न पूछे जो आज के वैज्ञानिक भी करते हैं – “इस सृष्टि की शुरुआत कैसे हुई?”
🏹 7. महिला विद्वान और ऋषिकाएँ
- वैदिक काल में महिलाओं को भी शिक्षा और यज्ञ में हिस्सा लेने का अधिकार था।
- गार्गी, मैत्रेयी जैसी विदुषियाँ दार्शनिक संवादों में भाग लेती थीं।
📏 8. नगर और प्रशासन
- मौर्यकाल में नगरों को “जनपद”, “महाजनपद” कहा जाता था और उनके लिए बाकायदा गुप्तचर व्यवस्था, कर वसूली और सैनिक सुरक्षा की योजनाएँ थीं।
- राजधानी पाटलिपुत्र (आज का पटना) को दुनिया के सबसे सुंदर और संगठित नगरों में गिना जाता था।