शरीर में प्रोटीन के कई प्रकार होते हैं, और ये विभिन्न कार्यों के अनुसार वर्गीकृत किए जा सकते हैं। तकनीकी रूप से, शरीर में हज़ारों प्रकार के प्रोटीन होते हैं, लेकिन इन्हें मुख्य रूप से कार्य और संरचना के आधार पर कुछ प्रमुख श्रेणियों में बाँटा जाता है:

संरचनात्मक प्रोटीन (Structural Proteins) शरीर की बनावट और मजबूती देते हैं। उदाहरण: कोलेजन (Collagen), केराटिन (Keratin), एलास्टिन (Elastin) कहाँ पाए जाते हैं: त्वचा, बाल, नाखून, हड्डियाँ, लिगामेंट्स आदि। –

एंज़ाइम (Enzymes) – शरीर की रासायनिक क्रियाओं को नियंत्रित और तेज़ करते हैं। – उदाहरण: एमाइलेज (Amylase), ट्रिप्सिन (Trypsin), डीएनए पोलीमरेज़ (DNA polymerase)कहाँ पाए जाते हैं: पाचन तंत्र, कोशिकाओं के अंदर।

परिवहन प्रोटीन (Transport Proteins) पोषक तत्वों और गैसों को शरीर में इधर-उधर ले जाते हैं। उदाहरण: हीमोग्लोबिन (Hemoglobin), एल्बुमिन (Albumin) कहाँ पाए जाते हैं: रक्त में, कोशिकाओं की झिल्ली में। –

संचार और हार्मोन प्रोटीन (Hormonal Proteins) शरीर के अंगों के बीच संदेशवाहक का कार्य करते हैं। उदाहरण: इंसुलिन (Insulin), ग्लूकागन (Glucagon) कहाँ पाए जाते हैं: अंतःस्रावी ग्रंथियों (Endocrine glands) में। –

रक्षा प्रोटीन (Defensive Proteins) शरीर को रोगों से बचाते हैं। उदाहरण: एंटीबॉडीज़ (Antibodies) कहाँ पाए जाते हैं: प्रतिरक्षा तंत्र (Immune system) में। –

संवेदनशील या रिसेप्टर प्रोटीन (Receptor Proteins) – कोशिकाओं की सतह पर होते हैं और बाहरी संकेतों को पहचानते हैं। – उदाहरण: इंसुलिन रिसेप्टर, G-protein coupled receptors (GPCRs)

संकुचन प्रोटीन (Contractile Proteins) – मांसपेशियों की गति और संकुचन में मदद करते हैं। – उदाहरण: एक्टिन (Actin), मायोसिन (Myosin)